उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में कुकरैल नदी (Kukrail River) के किनारे अवैध (Illegal) रूप से बने मकानों को गिराने का काम यूपी प्रशासन (UP Administration) द्वारा जारी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अब तक 700 मकान ध्वस्त किए जा चुके हैं और करीब 500 मकान और तोड़े जाने हैं। यह काम मंगलवार (18 जून) तक पूरा हो जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की नदियों के किनारे और पुराने तालाबों पर हुए अतिक्रमण को तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि लखनऊ में कुकरैल नदी के पुनर्जीवन का काम किया जा रहा है। अन्य जगहों पर अवैध बस्तियों को हटाकर पुनर्वास किया गया है। इसी तरह अन्य जिलों में भी स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार काम किया जाए।
यह भी पढ़ें- Fire: मणिपुर के मुख्यमंत्री के बंगले के पास पूर्व आईएएस अधिकारी के घर में भीषण आग, दमकलकर्मी मौजूद
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात
एलडीए की टीम के पहुंचते ही पूरे इलाके को बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया और कुछ ही देर में पीएसी की पांच और आरएएफ की तीन कंपनियां चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दी गईं। पहले चरण में 100 से अधिक मकान, धार्मिक स्थल व अन्य इमारतें तोड़ी जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के ध्वस्तीकरण आदेश को बरकरार रखते हुए एलडीए को सभी विस्थापितों को आवास आवंटित करने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अकबरनगर ही नहीं बल्कि कुकरैल में अस्ती गांव के उद्गम से लेकर गोमती नदी में विलय तक अवैध निर्माणों को चिन्हित कर ध्वस्त करने का आदेश दिया है।
देखें यह वीडियो-
Join Our WhatsApp Community