Love Jihad: नैनीताल(Nainital) में रहने वाली काशीपुर निवासी युवा महिला अधिवक्ता (Young female advocate resident of Kashipur)ने आत्महत्या(Suicide) कर ली है। इस मामले में हिंदू संगठनाें(Hindu organizations) ने 11 अगस्त काे पुलिस कोतवाली(Police station) का घेराव किया। उनका कहना है कि यह लव जिहाद का मामला है। नगर में एक युवक तीन-चार युवतियों को लिव-इन(Live-in) में रखे हुए था और महिला अधिवक्ता को ब्लैकमेल(Blackmail) कर रहा था। उन्होंने नए कानून यूसीसी के तहत यहां लिव-इन में रह रहे सभी जोड़ों की जांच(Investigation of all couples), किराएदारों के सत्यापन और मृतका के मकान मालिक की जांच(Investigation of the deceased’s landlord) करने की मांग की है।
पिता एक दिन पहले ही ढूंढ़ रहे थे पेइंग गेस्ट
नगर कोतवाली में प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे उत्तराखंड उच्च न्यायालय(उच्च न्यायालय) के अधिवक्ता नितिन कार्की ने बताया कि करीब 22 वर्षीय महिला अधिवक्ता उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करती थी। 21 अगस्त को उसके पिता नगर में आए थे और बेटी के लिए पीजी यानी पेइंग गेस्ट सुविधा ढूंढ रहे थे। उन्होंने बताया था कि उनकी पुत्री बीडी पांडेय जिला चिकित्सालय के पीछे दिलावर नाम के व्यक्ति के घर में तीन-चार अन्य लड़कियों संग अनस नाम के युवक के साथ रहती है। अनस उसे परेशान कर रहा है। इसके कुछ घंटों बाद ही उन्होंने दूरभाष पर बेटी द्वारा काशीपुर में आत्महत्या करने की जानकारी
मुस्लिम आरोपी घटना के बाद से गायब
विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री विवेक वर्मा, जय श्रीराम सेवादल के मनोज कुमार व ग्वल सेवा संगठन के नगर अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने मल्लीताल कोतवाली में तहरीर देकर मामले को लव जिहाद से जोड़ते हुए गंभीर आरोप लगाए और कार्यवाही की मांग की। उन्हाेंने बताया कि गत दिनों इसी घर में एक नाबालिग बच्ची पाई गई थी, उसे बाद में कोतवाली पुलिस ने नारी निकेतन भेजवाया था। बताया गया है कि संबंधित घर मकान मालिक ने किसी को लीज पर दिया हुआ है। घर में दोनों ओर से फिलहाल ताले लगे हुए हैं। नगर में गिटार बजाने वाला बाहरी बताया जा रहा अनस नाम का युवक भी गायब है। आराेप है कि वह युवतियों को गिटार बजाकर जाल में फंसाता है।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस संबंध में कोतवाल हरपाल सिंह ने बताया कि घटना काशीपुर में हुई है, इसलिए काशीपुर पुलिस ही इस मामले में मृतका के परिजनों की ओर से शिकायत आने पर कार्रवाई करेगी। यूसीसी के संबंध में अभी नियमावली प्राप्त नहीं हुई है। किराएदारों के सत्यापन की कार्रवाई लगातार जारी है।