सेना की चार चाल के लिए युवाओं की अग्निवीर के तौर पर भर्ती योजना का विरोध शुरू हो गया है। बिहार से इसका विरोध शुरू हुआ है। युवाओं का कहना है कि केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती किया जाना रोजगार के अधिकार का हनन है। यह आरोप लगाते हुए बिहार के बक्सर में जहां युवाओं ने ट्रेन पर पत्थरबाजी की है, वहीं मुजफ्फरपुर में वे सड़क पर उतर आए हैं और हंगामा कर रहे हैं।
बिहार के बक्सर में युवाओं का गुस्सा देखा जा रहा है। वहां उन्होंने पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की है। इस बीच काशी-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस लगभग 18 मिनट तक प्लेटफॉर्म पर रूकी रही और देर से रवाना हुई। युवाओं के इस विरोध से रेल प्रशासन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बक्सर के साथ ही मुजफ्फरपुर में भी हंगामा
मुजफ्फरपुर में भी सेना भर्ती की सरकार की इस नई स्कीम का विरोध देखने को मिला। यहां युवाओं ने रेलवे स्टेशन के पास स्थित चक्कर चौक पर हंगामा किया। उन्होंने वहां आग जलाकर रोड को जाम कर दिया। इसके पास ही चक्कर मैदान स्थित है, जहां सेना की भर्ती होती है। इसके साथ ही शहर के अन्य स्थानों पर भी प्रदर्शन जारी है।
युवाओं का आरोप
युवाओं का कहना है कि केवल 4 साल के लिए सेना में भर्ती रोजगार के अधिकार का उल्लंघन है। इस योजना की घोषणा मंगलवार, 14 जून को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों दलों के सेना प्रमुखों ने की। योजना के तहत 17.5 वर्ष से अधिक और 21 वर्ष तक के युवाओं को अग्निवीर के रूप में भर्ती किया जाएगा और उन्हें 4 साल तक नौकरी मिलेगी। इनमें से 25 प्रतिशत का चयन सेना में नियमित सेवा के लिए किया जाएगा और उनकी स्वतंत्र जांच की जाएगी। अग्निवीर के रूप में काम करने के बाद युवाओं को चार साल में 11 लाख रुपये का एकमुश्त पैकेज दिया जाएगा।
अग्निपथ योजना है क्या ?
यह योजना देश के युवाओं को देश की सेवा करने का अवसर प्रदान करेगी। इस योजना के तहत प्रवेश पाने के इच्छुक युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। कई देशों में अध्ययन के बाद इस योजना को लागू किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और उन्हें अच्छी तनख्वाह भी मिलेगी।