यूक्रेन-रूस के युद्ध के बीच जपोरीजिया परमाणु संयंत्र को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के विशेषज्ञों पे एक रिपोर्ट में कहा गया कि संयंत्र के संवेदनशील हिस्से पर कोई बम नहीं गिरा।
इस संयंत्र पर मार्च से रूसी सेना का कब्जा है, जबकि नजदीक बह रही डेनिप्रो नदी के पार के क्षेत्र में यूक्रेनी सेना काबिज है। दोनों ओर से गोलाबारी हो रही है।विशेषज्ञों की रिपोर्ट में बताया गया है कि गोलाबारी से परमाणु ईंधन के गोदाम, रेडियोएक्टिव कचरे के गोदाम और अलार्म सिस्टम वाली इमारत को नुकसान हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने परमाणु संयंत्र के आसपास की स्थिति को विस्फोटक बताया है। गुटेरस ने कहा है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो भीषण हादसा हो सकता है। उन्होंने संयंत्र और आसपास के क्षेत्र को सैन्यमुक्त क्षेत्र बनाए जाने को जरूरी बताया है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिली नेबेंजिया ने कहा है कि संयंत्र से रूस की सेना के हटते ही वहां यूक्रेन की सेना काबिज हो जाएगी जिससे वहां पर खतरा और बढ़ जाएगा।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि उनके सुरक्षा बलों ने 6 सितंबर को रूस के पांच एक्स-101 क्रूज मिसाइल मार गिराए। इनमें से चार मिसाइल दक्षिणी क्षेत्र में गिराए गए। उन्होंने कहा कि यह रूस के लिए बड़ा आर्थिक नुकसान भी है। रूस ने इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई है।
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