टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया की कार्यकारिणी के कामकाज पर रोक! यह है कारण

टोक्यो ओलंपिक के बाद से मनिका बत्रा और फेडरेशन के बीच संबंध खराब हैं। टोक्यो ओलंपिक में मनिका नेशनल कोच के बिना ही खेलने उतरी थी जिसकी वजह से फेडरेशन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

134

 दिल्ली उच्च न्यायालय ने टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया की कार्यकारिणी के कामकाज पर रोक लगा दी है। जस्टिस रेखा पल्ली की अध्यक्षता वाली बेंच ने फेडरेशन के कामकाज की देखरेख के लिए एक प्रशासक की नियुक्ति का आदेश दिया है।

न्यायालय ने ये संकेत दिया है उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज को प्रशासक नियुक्त करेगा। न्यायालय ने प्रशासक के अलावा दो या तीन और लोगों को नियुक्त करेगा। ये सभी नाम न्यायालय के विस्तृत आदेश के अपलोड होने पर पता चलेगा।

फेडरेशन पर आरोप
दरअसल, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा की शिकायत पर कोर्ट ने नेशनल कोच पर मैच फिक्सिंग के आरोपी की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी के गठन किया था। इस कमेटी ने कहा था कि फेडरेशन टेबल टेनिस मैच को बढ़ावा देने के बदले इसके अधिकारियों के हितों की रक्षा में लगा था। यहां तक कि टेबल टेनिस फेडरेशन और इसके नेशनल कोच सौम्यदीप राय ने कोई सफाई देना भी नहीं दिया कि उन्हें कोच क्यों बनाया गया। सौम्यदीप राय नेशनल कोच नियुक्त होने के बावजूद अपनी एकेडमी चला रहे थे। उसके बाद न्यायालय ने प्रशासक नियुक्त करने का आदेश दिया।

इससे पहले न्यायालय ने की थी ऐसी टिप्पणी
इसके पहले की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने कहा था कि खिलाड़ियों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। न्यायालय ने टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया को सुझाव दिया था कि वो टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को क्लीन चिट दे क्योंकि उनकी तरफ से कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ है। 12 नवंबर 2021 को न्यायालय ने टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया को इस बात के लिए फटकार लगाई थी कि वो टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को टारगेट कर रही है। न्यायालय ने कहा था कि खिलाड़ियों को टारगेट नहीं किया जाना चाहिए और ऐसा करना गंभीर समस्या है। न्यायालय ने टेबल टेनिस फेडरेशन को निर्देश दिया था कि वो इंटरनेशनल टेबल टेनिस फेडरेशन और उसके बीच हुए संवादों की रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करे। सुनवाई के दौरान बत्रा ने कहा था कि टेबल टेनिस फेडरेशन उन्हें टारगेट कर रही है और उनके साथ एक आरोपित की तरह का बर्ताव किया जाता है। बत्रा की इस दलील का टेबल टेनिस फेडरेशन ने विरोध किया था ।

मनिका बत्रा और फेडरेशन के बीच संबंध खराब
टोक्यो ओलंपिक के बाद से मनिका बत्रा और फेडरेशन के बीच संबंध खराब हैं। टोक्यो ओलंपिक में मनिका नेशनल कोच के बिना ही खेलने उतरी थी जिसकी वजह से फेडरेशन ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मनिका ओलंपिक के सिंगल्स में तीसरे राउंड में पहुंची थी। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी थी।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.