भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंडर-19 पुरुष विश्व कप 2022 का खिताब जीतने पर भारतीय टीम को बधाई दी है। साथ ही बीसीसीआई ने टीम के प्रत्येक खिलाड़ियों को 40 लाख रूपए नकद देने की घोषणा की है। इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ के प्रत्येक सदस्यों को भी 25 लाख रुपए बतौर पुरस्कार दिये जाएंगे।
भारत ने अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड को चार विकेट से हरा दिया और पांचवीं बार खिताब अपने नाम किया। इससे पहले टीम इंडिया 2000, 2008, 2012 और 2018 में विश्व कप जीत चुकी है। वहीं, 2006, 2016 और 2020 में भारतीय टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
इस तरह भारत ने इंग्लैंड को दी मात
-खिताबी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम 44.5 ओवर में 189 रन पर ऑलआउट हो गई। जेम्स रियू ने सबसे ज्यादा 95 रन बनाए। वहीं, भारत की ओर से राज बावा ने पांच और रवि कुमार ने चार विकेट झटके।
-जवाब में भारत ने 47.4 ओवर में छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की ओर से निशांत सिंधू 50 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं, शेख रशीद ने भी 50 रन की पारी खेली। दिनेश बाना ने 48वें ओवर में लगातार दो छक्के लगाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई।
बीसीसीआई ने की घोषणा
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भारतीय टीम को बधाई देते हुए कहा, “मैं भारत की अंडर-19 टीम को पांचवां विश्व कप जीतने के लिए बधाई देता हूं। वे सभी विभागों में प्रभावशाली थे। उनका ऑन-फील्ड प्रदर्शन शानदार था, टीम ने कई खिलाड़ियों के संक्रमित होने के बावजूद मजबूती से वापसी करने के लिए धैर्य, दृढ़ संकल्प और साहस दिखाया। मैंमुख्य कोच हृषिकेश कानितकर के साथ उनके कोचिंग ग्रुप के सदस्यों, सहयोगी स्टाफ और वीवीएस लक्ष्मण (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट हेड) द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना करता हूं, – जिस तरह से उन्होंने टीम का मार्गदर्शन किया वह बेहतरीन था।”
चयनकर्ताओं की भी सराहना
-गांगुली ने आगे कहा, “चयनकर्ताओं ने क्रिकेटरों के व्यापक पूल में से सही टीम चुनने में बहुत अच्छा काम किया है। लड़कों के आगे उनका करियर लंबा है और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।”
-बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, “मैं इस अवसर पर अपनी विजयी भारत की अंडर-19 टीम को शुभकामनाएं देता हूं। टीम ने मैदान पर अपार कौशल का प्रदर्शन किया और कोविड के प्रकोप के बीच साहस दिखाया। अंडर-19 विश्व कप के इतिहास में भारत सबसे सफल पक्ष है और पांचवां खिताब हमारे आयु वर्ग के क्रिकेटरों के लिए हमारे पास मौजूद मजबूत प्रणाली और संरचना का एक वसीयतनामा है।”
-उन्होंने आगे कहा, “अखिल भारतीय जूनियर चयन समिति की सराहना की जानी चाहिए कि उसने बहुत सारे विकल्पों के साथ एक ऑल-राउंड टीम चुनी है। मुख्य कोच हृषिकेश कानितकर के नेतृत्व में टीम प्रबंधन बधाई का पात्र है और भारत के महान वीवीएस लक्ष्मण की उपस्थिति ने उस समय एक बड़ा प्रभाव डाला जब टीम संकट से गुजर रही थी।”
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