भारत और बांग्लादेश ने 10 जून से एक बार फिर चार रूटों पर बस सेवा की शुरुआत कर दी है। ढाका से इस बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। दो सालों से बंद पड़ी बस सेवा के दोबारा शुरू करने से दोनों ही देशों के लोगों का आना-जाना सुगम होगा।
जन केंद्रित आवाजाही को बढ़ावा
ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट करके बताया है कि भारत-बांग्लादेश क्रॉस बॉर्डर बस सेवाओं की बहाली हो गई है। अगरतला-अखौरा और हरिदासपुर-बेनापोल के माध्यम से भारत-बांग्लादेश बस सेवाएं फिर से शुरू हुई हैं। ढाका-कोलकाता-ढाका बस को आज सुबह ढाका से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इसका मकसद सस्ती और जन केंद्रित आवाजाही को बढ़ावा देना है।
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बांग्लादेश रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (बीआरटीसी) के अध्यक्ष ताजुल इस्लाम ने 10 जून को कहा कि ढाका-सिलहट-शिलांग-गुवाहाटी-ढाका मार्ग को छोड़कर चार अन्य मार्गों पर सेवा 10 जून से शुरू हुई है। पहली बस ढाका के मोती झील से 10 जून सुबह 7:00 बजे रवाना हुई है।
सेवाओं का संचालन रोक दिया गया
उल्लेखनीय है कि 2020 में कोरोना की लहर शुरू होने के बाद बस सेवाओं का संचालन रोक दिया गया था। उसके पहले पांच मार्गों ढाका-कोलकाता-ढाका, ढाका-अगरतला-ढाका, ढाका-सिलहट-शिलांग-गुवाहाटी-ढाका, अगरतला-ढाका-कोलकाता-अगरतला और ढाका-खुलना-कोलकाता-ढाका रूट पर बसों का संचालन होता था। 10 जून से चार रूटों पर बस सेवा शुरू हो गई है और पांचवें रूट पर भी जल्द इसे हरी झंडी दिखाई जाएगी।