राष्ट्रमंडल खेल: भारतीय लॉन बाउल्स वूमेन्स टीम ने रचा इतिहास, भारत को दिलाया स्वर्ण पदक

138

 भारतीय महिला फोर टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए मंगलवार को 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के लॉन बाउल्स वूमेन्स फोर स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। लवली चौबे (लीड), पिंकी (सेकेंड), नयनमोनी सेकिया (थर्ड) और रूपा रानी टिर्की (स्किप) की भारतीय महिला फोर्स टीम ने इस रोमांचक और उतार चढ़ाव भरे खिताबी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 17-10 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।

भारतीय टीम ने मैच में शुरू से ही अपना दबाव बनाए रखा था और एंड 7 तक 8-2 की बढ़त हासिल की थी, लेकिन इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने बेहतरीन वापसी की और एंड 11 के बाद भारत पर 10-8 से बढ़त हासिल की। हालांकि इसके बाद भारतीय टीम ने वापसी करते हुए 17-10 से मैच जीतकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया।

यह राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में लॉन बॉल में भारत का पहला पदक है। देश को बर्मिंघम में चौथा स्वर्ण पदक मिला है।

लॉन बाउल्स के नियम

लॉन बाउल के नियम सरल हैं। इस खेल में एक बॉल को मैदान पर रोल (लुढ़काया) किया जाता है। इसका मकसद यह होता है कि बॉल को ‘जैक’ के ज्यादा से ज्यादा करीब पहुंचाया जाए। ‘जैक’ वह लक्ष्य होता है जहां बॉल को पहुंचाना होता है। जो खिलाड़ी या टीम प्रतिद्वंद्वी/विपक्षी टीम के मुकाबले जैक के ज्यादा करीब बॉल को पहुंचाता है वह विजेता होता है।

यह भी पढ़ें -मुख्यमंत्री शिंदे के खिलाफ औरंगाबाद में केस दर्ज! जानिये, क्या है मामला

लॉन बॉलिंग में चार प्रारूप होते हैं, जिनमें एकल, युगल, तीन की टीम और चार की टीम शामिल है। जो कि प्रत्येक टीम में खिलाड़ियों की संख्या के अनुसार बांटे जाते हैं। प्रत्येक के लिए अलग-अलग पुरुष और महिला पदक इवेंट होते हैं। एकल मैचों में पहले 21 अंक हासिल करने वाला खिलाड़ी विजेता होता है। अन्य सभी प्रारूपों में 18 अलग-अलग एंड से बॉल को रोल किया जाता है और ज्यादा अंक बनाने वाली टीम विजेता होती है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.