श्रीलंका ने भारतीय रुपये को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा का दर्जा दे दिया है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 20 जुलाई को कहा कि श्रीलंका ने भारतीय मुद्रा को अपने सिस्टम में एक निर्दिष्ट मुद्रा (विशेष विदेशी मुद्रा) के रूप में रखा है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुपये का वजन बढ़ेगा। बागची ने कहा, “श्रीलंका ने अपनी मुद्रा में व्यापार और लेनदेन के लिए भारतीय रुपये को अपनी प्रणाली में एक निर्दिष्ट विदेशी मुद्रा के रूप में शामिल किया है। बागची ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी।
श्रीलंकाई सरकार ने भारतीय रुपये को निर्दिष्ट विदेशी मुद्रा का दर्जा दे दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच रुपये में व्यापार करने की अनुमति मिल गई है। इसके साथ ही श्रीलंका जाने वाले भारतीय पर्यटक भी भारतीय रुपये में लेनदेन कर सकेंगे।
निजी क्षेत्र के साथ-साथ व्यापारिक क्षेत्र में होगा उपयोग
अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय मुद्रा का इस्तेमाल भारत के निजी क्षेत्र के साथ-साथ व्यापारिक क्षेत्र के लोगों पर भी निर्भर करेगा। हम दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ते मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। 21 जुलाई को श्रीलंका के राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली में होने वाली बैठक में इस पर चर्चा होगी। इसलिए अभी इस बारे में ज्यादा बात करना जल्दबाजी होगी।
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श्रीलंका के राष्ट्रपति की दो दिवसीय भारत यात्रा
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 20 जुलाई की शाम दो दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचे हैं। विक्रमसिंघे के भारतीय धरती पर उतरने से कुछ घंटे पहले बागची ने दोनों देशों के बीच मुद्रा के आदान-प्रदान की जानकारी दी। विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत आने का निमंत्रण दिया था। बड़े वित्तीय संकट से निकलने की कोशिश कर रहे श्रीलंकाई राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी करेंगे मुलाकात
गोटबाया राजपक्षे के श्रीलंका से भाग जाने के बाद जुलाई 2022 में विक्रमसिंघे ने श्रीलंका का राष्ट्रपति पद संभाला। उसके बाद की विक्रमसिंघे की यह पहली भारत यात्रा है। इस यात्रा के दौरान विक्रमसिंघे भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि वे इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।