मुम्बई सिटी एफसी के प्रशंसक पिछले दो वर्षों में स्टेडियम में मौजूद रहकर अपनी टीम का उत्साह बढ़ाने के सुख से वंचित रह गए थे, जिसमें एक तरफ अभूतपूर्व खुशी और दूसरी तरफ दिल टूटते हुए देखा गया। सीजन 2020-21 में मुम्बई सिटी एफसी हीरो आईएसएल के इतिहास में लीग शील्ड और खिताब जीतकर दोनों ट्रॉफियां उठाने वाला पहला क्लब बन गया। हालांकि, अगले सीजन में आइलैंडर्स लीग दौर के अंत में शीर्ष 4 में प्रवेश करने में विफल रहे।
मुम्बई सिटी एफसी के प्रशंसकों के लिए, दो साल के अंतराल के बाद स्टैंड पर वापसी करना वेस्ट कोस्ट ब्रिगेड जैसे प्रशंसकों के लिए एक भावनात्मक अनुभव रहा है। वे इस पल को संजोने के लिए लंबे समय से तैयारियों में लगे हुए थे, जिसके लिए भारतीय फुटबॉल प्रशंसक इंतजार करता है।
आनंद ने कहा, “हम बेहद भावुक थे क्योंकि यह हमारे लिए बहुत मायने रखता था।” उन्होंने कहा, “हमने सुनिश्चित किया कि कुछ भी आधा-अधूरा न छूटने पाए क्योंकि हमने कभी भी खुद को पीछे नहीं रखा। हमने सिर्फ यह सुनिश्चित किया कि खिलाड़ियों और कोचों को पता रहे कि प्रशंसक यहां मौजूद हैं। जितना वे प्रशंसकों के सामने खेलना चाहते थे, हम भी उन्हें अपने घरेलू मैदान पर खेलते हुए देखना चाहते थे।”
वापसी को मुम्बई सिटी एफसी गेम के सभी ट्रेडमार्क के साथ चिह्नित किया गया था – नारे-गीत, टीम बस का स्वागत और आतिशबाजी शो। इस बार, उन्होंने मुम्बई फुटबॉल एरेना के एक छोर से दूसरे छोर तक एक मार्च भी किया – आपस में थोड़ा उत्सव, अब वे परिसर में वापस आने में सक्षम थे।
आनंद ने कहा, “मुम्बई फुटबॉल एरेना एक छोटा स्टेडियम है और इसकी पिच भी करीब है। आप बेहद नजदीक से खेल को आसानी से समझ सकते हैं। हमारे लिए नारे-गीत के साथ माहौल बनाना आसान है। शुरुआत से लेकर डबल ट्रॉफी जीतने तक का सफर शानदार रहा है। इसे शब्दों में व्यक्त करना बहुत मुश्किल है।”
उन्होंने कहा, “आईएसएल और मुम्बई सिटी द्वारा वर्षों से तैयार किया गया प्रशंसक से जुड़ाव बहुत गहरा है। एक फुटबॉल प्रशंसक के रूप में मेरा अनुभव पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है। हर मैच के बाद मेरा लगाव बढ़ता गया, फिर चाहे नतीजे कुछ भी रहे हो। वर्षों से, मेरी उस दीवानगी बढ़ाने के मामले में आईएसएल ने मदद की है। मुम्बई सिटी एफसी ने प्रशंसकों को क्लब से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। स्टेडियम में आने वाले प्रत्येक प्रशंसक को वो अनुभव मिल रहा है जो उन्हें मिलना चाहिए।”
आईएसएल प्रशंसक क्लबों की परिभाषित विशेषताओं में से एक यह है कि उन्होंने हर उस शहर की स्थानीय भावना को समाहित किया है, जहां वे मौजूद हैं और भारतीय फुटबॉल के जश्न को अनूठी शैली में मनाने की अनुमति दी है। मुम्बई उस बर्तन की तरह है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों के लोग समाहित हो जाते हैं, आनंद ने कहा कि मुम्बई सिटी एफसी के प्रशंसकों की भावना इसी स्वीकृति का आधार है और यह खिलाड़ियों पर भी लागू होती है।
आनंद ने कहा, “भारत के विभिन्न हिस्सों से लोग मुम्बई आते हैं और इसे अपना मानते हैं और मुम्बई उनकी रगों में दौड़ती है।” उन्होंने कहा, “अगर आप मुम्बई के लिए खेलते हैं तो आपको शहर की संस्कृति को समझने की जरूरत है। मुम्बई की पूरी आभा और ऊर्जा कुछ ऐसा है, उसके पूरे फैनबेस में है क्योंकि हम सिर्फ मुम्बई सिटी के प्रशंसक नहीं हैं, हम सबसे पहले मुम्बईकर हैं, जो मुम्बई में रहते हैं और सांस लेते हैं। इसलिए अगर हम सिटी की एक टीम का समर्थन करने जा रहे हैं, तो हम मुम्बईकरों की भावना को स्टैंड में व्यक्त करते हैं और देखते हैं कि यह खिलाड़ियों के साथ प्रतिध्वनित होता है।”
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यह भावना आज पूर्ण रूप से प्रदर्शित होगी, जब मुम्बई सिटी एफसी अपने वेस्ट कोस्ट प्रतिद्वंद्वियों एफसी गोवा की मेजबानी करेगा। मुम्बई सिटी एफसी इस समय तालिका में शीर्ष पर है और सीजन में अब तक अपराजित बने रहने वाली एकमात्र टीम है। वो स्कोरिंग चार्ट में भी शीर्ष पर है।
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