विभिन्न तरह के खेलों के लिए दिए जाने वाले राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर अब हॉकी के जादूगर नाम से विख्यात मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड कर दिया गया है। यह अवॉर्ड देश का सबसे बड़ा खेल अवॉर्ड है। इसे 1991-92 में प्रारंभ किया गया था।
इस मुद्दे पर कांग्रेस ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के वरिष्ठ सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे तो उम्मीद थी वे राजीव गांधी खेल अवॉर्ड का नाम भी बदलकर नरेंद्र मोदी खेल अवॉर्ड रखेंगे।
मुझे तो उम्मीद थी वे राजीव गांधी खेल अवॉर्ड का नाम भी बदल नरेंद्र मोदी खेल अवॉर्ड रखेंगे।
इसी को अंग्रेज़ी में कहते हैं।
# Megalomania
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 6, 2021
पीम ने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्हें देश भर के नागरिकों से ‘खेल रत्न पुरस्कार’ का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए अनगिनत अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए ‘खेल रत्न पुरस्कार’ को अब से ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ कहा जाएगा।
I have been getting many requests from citizens across India to name the Khel Ratna Award after Major Dhyan Chand. I thank them for their views.
Respecting their sentiment, the Khel Ratna Award will hereby be called the Major Dhyan Chand Khel Ratna Award!
Jai Hind! pic.twitter.com/zbStlMNHdq
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
इसलिए बदला नाम
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्होंने भारत के सम्मान और गौरव को नए शिखर पर पहुंचाया था। इसलिए यह बिल्कुल उचित है कि हमारे देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उन्हीं के नाम पर रखा जाएगा।
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प्रधानमंत्री ने किया ट्वीट
पीएम ने ट्वीट कर कहा,’ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।’
The exceptional performance of the Men’s and Women’s Hockey Team has captured the imagination of our entire nation. There is a renewed interest towards Hockey that is emerging across the length and breadth of India. This is a very positive sign for the coming times. pic.twitter.com/E7HT3Gd7h5
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
देश को गर्वित करने वाला पल
देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर कमेंट
इसे लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट आ रहे हैं। राज रैना ने इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है, ’70 सालों में कभी ध्यान चंद याद नही आया, अब जब सरकार ने उसके नाम पर यह पुरुस्कार किया, पूरी कांग्रेस पार्टी को तकलीफ हो रही है।’
70 सालों में कभी ध्यान चंद याद नही आया, अब जब सरकार ने उसके नाम पर यह पुरुस्कार किया, पूरी कांग्रेस पार्टी को तकलीफ हो रही है। @AnandSharmaINC
— Raj Raina (@RajRaina3) August 6, 2021
https://twitter.com/SherSinghJat9/status/1423633763271995400?s=20
राजीव गाँधी ने देश के लिए जान क़ुर्बान की उनके नाम पर ये ठीक नहीं हुआ ,देशवासी ध्यानचंद और राजीव गाँधी की इज़्ज़त करते आये है
आज मन ख़राब होगया जब तुलना हो रही है
"मृतक " राजनीती उचित नहीं है
Politicians should not consider public a MORON— BRK Mishra (@BRKMishra) August 6, 2021
ऐतिहासिक रहा टोक्यो ओलंपिक
बता दें कि भारतीय हॉकी के लिए टोक्यो ओलंपिक ऐतिहासिक रहा है। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय मेंस हॉकी टीम ने 41 साल बाद कोई मेडल जीता, जबकि महिला टीम चौथे क्रमांक पर रही। दोनों टीमें ब्रॉन्ज मेडल तक पहुंचीं, लेकिन मेंस टीम ने जीत दर्ज की तो महिला टीम को 3-4 अंतर से हार का सामना करना पड़ा।