देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मंकी पॉक्स का भी खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में झारखंड सरकार अलर्ट मोड पर है। झारखंड में भी संदिग्ध मरीज सामने आ चुके हैं। इनके जांच के लिए सैंपल भेज दिया गया है।
इस संबंध में रिम्स मेडिसिन विभाग के डॉ संजय सिंह का कहना है कि जिन्होंने स्मॉल पॉक्स का टीका लिया है उन्हें मंकी पॉक्स का खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि झारखंड में फिलहाल मंकी पॉक्स का एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने नई गाइड लाइन जारी की है, जिसके पालन से मंकी पॉक्स के खतरे को रोका जा सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
संक्रमित मरीज को दूसरों से अलग रखें।
हाथों को साबुन और पानी से धोते रहें।
सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
संक्रमित व्यक्ति के पास रहें तो मास्क और ग्लब्स का यूज करें।
पर्यावरण स्वच्छता के लिए डिसइंफेक्टेंट का यूज करें।
यह भी पढ़ें – बच्चों को अकेले न छोड़ें, वसई में साढ़े तीन साल की बच्ची की मात्र इसलिए चली गई जान
क्या न करें
मंकी पॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के साथ बेड, टॉवल अन्य चीजें शेयर न करें।
संक्रमित व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल की गयी चादर, टॉवल सहित अन्य चीजों को अन्य लोगों के कपड़ों के साथ न धोयें।
मंकी पॉक्स के लक्षण दिखें तो सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखें।
अफवाहों के आधार पर लोगों की निंदा न करें।
Join Our WhatsApp Community