केरला ब्लास्टर्स एफसी ने कप्तान आयुष अधिकारी के गोल की बदौलत यहां जारी रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) में 20 अप्रैल को लगातार दूसरी जीत दर्ज की। इसी तरह हैदराबाद एफसी ने भी पहली बार हो रहे इस टूर्नामेंट में जीत का स्वाद चखा।
अपने पहले मैच में हैदराबाद को हराने वाली केरला ने दूसरे मैच में मुम्बई सिटी एफसी को एक गोल के अंतर से हराया जबकि हैदराबाद की टीम ने अपने दूसरे मैच में रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) को 2-1 से शिकस्त दी।
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नागोवा मैदान पर अधिकारी ने अपनी टीम के लिए पांचवें मिनट में गोल किया जबकि दिन के दूसरे मैच में हैदराबाद ने आरएफवाईसी के डिफेंडर शिवाल्डो सिंह द्वारा 62वें किए गए आत्मघाती गोल और बिश्नू बोरडोलोई द्वारा 64वें मिनट में किए गए गोल की मदद से जीत हासिल की। आरएफवाईसी के लिए राजीबुल मिस्त्री ने 32वें मिनट में पेनाल्टी पर गोल किया था।
हीरो आयुष आईएसएल के फाइनल में पहुंचाने में अहम किरदार
अधिकारी ने केरला को इस साल हीरो आईएसएल के फाइनल में पहुंचाने में अहम किरदार निभाया था। अधिकारी ने पहले मैच की तरह इस मैच में मैदान पर हर ओर अपना जलवा दिखाया और मुंबई के मिडफील्डरों को पांच मिनट में ही गच्चा देकर गोल कर दिया। मैदान के बीचो-बीच गेंद कलेक्ट करने के बाद अधिकारी ने बड़ी चलाकी के साथ हैदराबाद के बाक्स में प्रवेश किया और फिर उसके गोलकीपर बिशाल लामा को छकाकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया, जो बाद में निर्णायक गोल साबित हुआ।
कप्तान आदिल अशरफ की अहम भूमिका
मुंबई ने हालांकि पहला गोल खाने के बाद वापसी की कोशिश की लेकिन उसके फारवर्ड अधिकारी के अलावा संजीव स्टालिन की तेजी को मात नहीं दे सके। इसमें कप्तान आदिल अशरफ ने भी अहम भूमिका निभाई। मुंबई की टीम ने हालांकि तमाम मुश्किलों से लड़ते हुए कई मौके बनाए लेकिन वह उन मौकों को गोल में तब्दील नहीं कर सकी और इस टूर्नामेंट में अपनी लगातार दूसरी हार को मजबूर हुई।
आरएफ यंग चैंप्स ने अच्छा खेल दिखाया
दिन के दूसरे मैच में आरएफ यंग चैंप्स ने अच्छा खेल दिखाया। इसमें उसके गोलकीपर रानित सरकार की अहम भूमिका रही, जिन्होंने कुछ बेहतरीन सेव्स के साथ अपनी टीम को गोल खाने से बचाया। इस बीच हालांकि इस युवा टीम ने गोल करते हुए 1-0 की लीड ले ली लेकिन हाफ टाइम के बाद उसके ही खिलाड़ी ने आत्मघाती गोल खाकर स्कोर बराबर कर दिया।
हैदराबाद ने पहली जीत का मनाया जश्न
शिवाल्डो जाहिर तौर पर यह नहीं करना चाह रहे थे लेकिन रबीह के एक क्रॉस को बचाने के फिराक में वह गेंद को अपने ही पोस्ट में डाल बैठे। दो मिनट बाद ही हैदराबाद ने लीड ले ली। इस गोल में रबीह और बिश्नू की भूमिका रही और यह गोल बिश्नू के नाम रहा। इसके साथ हैदराबाद ने इस टूर्नामेंट की पहली जीत का जश्न मनाया जबकि आरएफ यंग चैंप्स को लगातार दूसरी हार मिली।