आईसीसी अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीतने के बाद 19 वर्षीय शैफाली वर्मा ने अब अपना ध्यान अगले महीने होने वाले सीनियर महिला टी-20 विश्व कप कर केंद्रित कर लिया है।
अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तान रही शैफाली ने खिताब जीतने के बाद कहा, “मैं ऐसी खिलाड़ी हूं, एक बार में एक ही काम पर ध्यान केंद्रित करती हूं। जब मैंने अंडर -19 में प्रवेश किया, तो मैंने केवल अंडर -19 कप जीतने पर ध्यान केंद्रित किया और अब हम इसे जीत चुके हैं। मैं इस जीतने वाले आत्मविश्वास को अपने साथ सीनियर वर्ल्ड कप में ले जाऊंगी और जीत हासिल करूंगी।”
विश्व कप में सीनियर स्तर पर खेलने का अनुभव
शैफाली के पास पहले से ही विश्व कप में सीनियर स्तर पर खेलने का अनुभव है। वह टी20 विश्व कप (ऑस्ट्रेलिया 2020) और वनडे विश्व कप (न्यूजीलैंड 2022) दोनों प्रारूपों में भारत के अभियानों का हिस्सा रही हैं। एमसीजी में खेले गए टी20 विश्व कप फाइनल, जहां दर्शकों की रिकॉर्ड 86174 उपस्थिति देखी गई, में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। शैफाली को उम्मीद है कि इस बार भारतीय टीम उस गलती को सुधारते हुए खिताब जीतेगी।
शैफाली ने उस मैच को याद करते हुए कहा, “मेलबर्न में खेले गए उस फाइनल मैच का दिन मेरे लिए काफी भावुक दिन था, हम मैच नहीं जीत पाए। जब मैं अंडर-19 टीम में शामिल हुई, तो मैं बस सोच रही थी कि हमें यह कप जीतना है। मैं बस सभी लड़कियों से यही कह रही थी, कि यह कप जीतना है, हम यहां कप के लिए हैं।’
उन्होंने कहा, “हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप हार गए थे और यह दुख के आंसू थे। आज, वे खुशी के आंसू थे क्योंकि हमने वह हासिल किया जिसके लिए हम यहां आए थे। मैंने इसे नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन यह नहीं हो सका। मैं इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखूंगी।”
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हालांकि शैफाली अंडर-19 विश्व कप में अपने नाम के हिसाब से नहीं बल्ले से प्रदर्शन नहीं कर पाईं, लेकिन फिर भी कुल 172 रनों के साथ वे टूर्नामेंट की तीसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी रहीं। वहीं, उनकी साथी बल्लेबाज श्वेता सहरावत 297 रनों के साथ शीर्ष पर रहीं।
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