नेशनल इंटर-स्टेट चैंपियनशिप जो कि आगामी एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाईंग इवेंट भी है, में शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह तूर और लॉन्ग जम्पर मुरली श्रीशंकर के नेतृत्व में देश के एलीट एथलीटों ने शीर्ष स्तर का प्रदर्शन किया।
यहां गर्म और उमस भरी परिस्थितियों के बावजूद, 70 से अधिक एथलीटों ने अपने-अपने इवेंट्स के क्वालीफाइंग मार्क्स को पार कर लिया, जो एशियाई खेलों के लिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) द्वारा निर्धारित किए गए थे।
खास बातेंः
-अब यह एएफआई चयन समिति पर निर्भर है कि वह भारतीय एथलेटिक्स टीम का चयन करे। एएफआई चयन करते वक्त फेडरेशन कप सहित वर्ष में पहले आयोजित कार्यक्रमों के प्रदर्शन को भी ध्यान में रखेगी।
-एक देश प्रति इवेंट में केवल दो एथलीट भेज सकता है और भारत के लिए कई इवेंट्स में दो से अधिक एथलीटों ने एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग मार्क को पार किया है।
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-एएफआई ने भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और 3000 मीटर स्टीपलचेज़र अविनाश साबले को छोड़कर सभी एथलीटों के लिए चैंपियनशिप में भाग लेना अनिवार्य कर दिया था।
-पंजाब के तजिंदरपाल ने अंतिम दिन 7.260 किलोग्राम की लोहे की गेंद को 21.77 मीटर की दूरी पर फेंककर अपने पिछले एशियाई रिकॉर्ड 21.10 मीटर से बेहतर प्रदर्शन किया। उनके शीर्ष प्रदर्शन ने उन्हें एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप के टिकट दिलाए। उन्हें चैंपियनशिप का सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट घोषित किया गया।
-केरल के श्रीशंकर ने क्वालीफाइंग दौर में अपने पहले और एकमात्र प्रयास में 8.41 मीटर की छलांग लगाई, जो जेसविन एल्ड्रिन के 8.42 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से 1 सेमी कम था।
-पुरुषों की अंक तालिका में भी तमिलनाडु शीर्ष पर रहा, जबकि महिलाओं की तालिका में उत्तर प्रदेश ने बाजी मारी।
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