ओलंपिक मशाल विवादः भारत को मिला अमेरिका का साथ, चीन की आलोचना करते हुए कही ये बात

चीन अपनी चालबाजी और मनमानी के कुख्यात है। अब उसने बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक की मशाल गलवान संघर्ष में शामिल रहे चीनी सेना के रेजिमेंटल कमांडर को थमाकर विवाद पैदा कर दिया है।

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बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक की मशाल गलवान संघर्ष में शामिल रहे चीनी सेना के रेजिमेंटल कमांडर को थमाने की चारो तरफ निंदा हो रही है। अमेरिका में विदेश नीति संभालने वाले दो सबसे वरिष्ठ सीनेटरों ने पार्टी लाइन से हटकर चीन की कड़ी निंदा की है।

गलवान संघर्ष के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के रेजिमेंटल कमांडर को 2 फरवरी को बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक मशाल रिले में मशाल थमाने निंदा हो रही है। इसके अलावा, अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने पड़ोसियों को डराने के लिए चीन के प्रयासों पर अपनी चिंताओं को दोहराया और कहा है कि वह हिंद-प्रशांत में अपने दोस्तों, भागीदारों और सहयोगियों के साथ खड़ा है।

भारत का मजबूती से समर्थन
सीनेट विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष और वाशिंगटन डीसी में अमेरिका की विदेश नीति पर सबसे शक्तिशाली आवाजों में से एक बॉब मेनेंडेज ने ट्वीट किया कि मैं बीजिंग ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार में शामिल होने के लिए भारत की सराहना करता हूं। हम उन सभी देशों के साथ खड़े हैं, जो सीसीपी (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) के जघन्य मानवाधिकारों के हनन और ओलंपिक 2022 को घटिया राजनीतिक जीत में बदलने के झूठे प्रयास को खारिज करते हैं।

इन देशों ने भी की है निंदा
ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के साथ, अमेरिका ने शिनजियांग में चीन के मानवाधिकारों के हनन के विरोध में ओलंपिक का कूटनीतिक रूप से बहिष्कार किया है, हालांकि, उनके संबंधित राष्ट्रीय खेल दल खेलों में भाग ले रहे हैं।

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