केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों और भारत को लेकर उनके विज़न को साझा करते हुए उन्हें युग पुरुष बताया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि साल 2014 के बाद भारत की तस्वीर विश्व पटल पर एक चमकते हुए भारत के रूप में आई है। मोदी युग में एक ऐसे भारत का निर्माण हुआ है जो अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की चिंता करता है जो महिलाओं के हक की चिंता करता है। मोदी युगीन भारत पर दुश्मन नजर उठा कर देखने से डरता है। वे सोमवार को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लिखी गई किताबों के नमो साहित्य महोत्सव में बोल रहे थे।
नमो साहित्य महोत्सव में चार जाने माने लेखकों की पुस्तकों पर चर्चा की गई। जिन पुस्तकों पर चर्चा हुई उनमें से सुदेश वर्मा की “नरेन्द्र मोदी द गेम चेंजर”, उदय माहूरकर की मॉर्निंग विद अ बिलियन” अजय कुमार सिंह की पुस्तक द आर्किटेक्ट ऑफ बीजेपी” और डीडी न्यूज के एंकर, लेखक अशोक श्रीवास्तव की किताब नरेन्द्र मोदी सेंसर्ड शामिल थी। दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में पुस्तकों के लेखकों को सम्मानित भी किया गया। सभी लेखकों ने मोदी पर लिखी अपनी किताब पर अपने अनुभव साझा किए।
साहित्य महोत्सव कार्यक्रम के अध्यक्ष जाने माने लेखक और इंदिरा गांधी कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने सभी लेखकों को बधाई दी और कहा कि नरेन्द्र मोदी बदलते भारत के वो स्तंभ हैं जो युगों तक याद रखे जाएंगे। कांग्रेस जिस इतिहास को भूलना चाहा, नरेन्द्र मोदी ने उसे लोगों को याद दिलाना चाहा। उदाहरण के तौर पर विभाजन की विभीषिका। इस इतिहास को याद रखना हम लोगों के लिए इसलिए भी जरूरी है, ये विभाजन बारूदी और कृत्रिम था। इस विभाजन में 15 लाख से अधिक महिलाओं के साथ या तो अमानवीय ,अभद्र व्यवहार हुआ या उनकी मौत हुई।
भारत का सांस्कृतिक जागरण मोदी काल में ही हुआ
राम बहादुर राय ने कहा कि भारत का सांस्कृतिक जागरण मोदी काल में ही हुआ है। चाहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो या केवड़िया के सरदार पटेल की विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति या फिर मध्यप्रदेश में शंकराचार्य की मूर्ति या जी20 में नटराज की मूर्ति। उन्होंने कहा कि किसी ने नहीं सोच होगा कि जी-20 की भारत की प्रस्तावना इतनी आसानी से सर्व सहमति से पास हो जाएगी। जब भी कोई युद्ध हुआ चाहे वो विश्व युद्ध -1 हो या विश्व युद्ध -2 फायदा अमेरिका का हुआ है लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध में फायदा सिर्फ भारत का हुआ। मोदी जी ने सबसे पहले साल 2014 में हिम्मत दिखाते हुए महिलाओं के दर्द को समझते हुए शौचालय बनवाने की बात की। आज देश में 13 करोड़ परिवारों के लिए शौचालय बने हैं जो अपने आप में रिकॉर्ड है। महिला आरक्षण को लेकर तरह तरह की बातें हो रही हैं। लोग इसे पोस्ट डेटेड चेक बात रहे हैं लेकिन अगर मोदी ने ये चेक दी ही तो इंकैश जरूर होगा यानि महिलाओं को अधिकार जरूर मिलेगा।