कोविड-19 टीकाकरण को लेकर भारत ने बड़ा लक्ष्य साध्य करने की ओर कदम बढ़ाया है। देश में वयस्कों की कुल जनसंख्या में से 20 प्रतिशत को कोरोना की दोनों डोज लग चुकी हैं। जबकि, 62 प्रतिशत को एक डोज लग चुकी है।
कोरोना टीकाकरण में भारत जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उसे प्राप्त करने में स्वदेशी टीका विकास महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी), आईसीएमआर और बारत बायोटेक की कोवैक्सीन तथा सिरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की कोवीशील्ड ने कोविड-19 से सुरक्षा का बड़ा हथियार दिया है।
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भारत की इस सफलता की प्रशंसा विश्व कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक ने भी इसका उल्लेख किया है।
.@WHO congratulates #India 🇮🇳 for accelerating #COVID19 vaccination 💉@MoHFW_INDIA @mansukhmandviya @PIB_India @ANI pic.twitter.com/ytmPgyyi0p
— WHO South-East Asia (@WHOSEARO) September 13, 2021
- देश के 34 जिलों में वीकली पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत
- देश के 32 जिलों में वीकली पॉजिटिविटी दर 5 से 10 प्रतिशत
- केरल में थमी कोरोना संक्रमण की गति
टीकाकरण में विश्व अगुआ
विश्व के 18 शीर्ष देशों में अब तक हुए कुल टीकाकरण का आंकड़ा 8.17 मीलियन तक पहुंचा है, परंतु भारत का अकेले का आंकड़ा 8.54 मीलियन है। यानि, टीकाकरण में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, कनाडा जैसे 18 देशों को पीछे छोड़कर भारत एक मिसाल है।