महाराष्ट्र के सांगली जिले में साधु हमला मामले में गिरफ्तार 8 आरोपितों में से दो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और दो सरपंच व उपसरपंच हैं। इस मामले में पुलिस 26 आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज करके गहन छानबीन कर रही है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस महानिदेशक को इस मामले में कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
पीड़ित चारों साधु उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मथुरा पंचदर्शन जूना अखाड़े के हैं। वे हमेशा विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। हमेशा की तरह उन्होंने कर्नाटक के कुछ धार्मिक स्थलों का दौरा किया। फिर 13 सितंबर को वारकरी संप्रदाय के प्रमुख स्थल भगवान के दर्शन के लिए पंढरपुर जा रहे थे।
रास्ता पूछने पर फैल गई अफवाह
सांगली जिले की जत तहसील के लवंगा गांव में इन साधुओं ने एक बच्चे से पंढरपुर का रास्ता पूछा। इससे यह अफवाह फैल गई कि गांव में बाल चोरों का एक गिरोह आया है और चारों साधुओं की ग्रामीणों ने मंगलवार को बेरहमी से पिटाई की थी। इसकी खबर मिलते ही उमदी पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें भीड़ से बचाकर अस्पताल में इलाज करवाया।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बवाल
इसके बाद साधु पंढरपुर की ओर रवाना हो गए थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस महानिदेशक ने सांगली जिला पुलिस अधीक्षक से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद पुलिस ने खुद यह मामला सांगली जिले के उमदी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया और मामले की गहन छानबीन जारी है।
राम कदम ने की ये मांग
भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने कहा कि इस घटना में दो हमलावर कांग्रेसी हैं। इसलिए मामले की गहन छानबीन की जानी चाहिए और मारपीट के मकसद का पता लगाया जाना चाहिए।