सिम कार्ड अब चौक चौराहों से लेकर दुकान और गैलरी तक मिलने लगा है। आसानी से मिलते कार्डों के लिए लोग दुकानदारों को आसानी से कागज दे देते हैं। इसी का लाभ उठाकर मुंबई के सिम कार्ड विक्रेता बड़ा खेल कर रहे हैं। मुंबई वासियों के कागजों का उपयोग जौनपुर में साइबर अपराधी कर रहे हैं। इसका भंडोफोड़ होने के बाद बोरीवली पश्चिम के एमएचबी पुलिस थाने ने सिम कार्ड बेचनेवाले सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
मोबाइल फोन सबकी आवश्यकता बन गया है। इसके लिए सिम कार्ड पहली सीढ़ी है। बोरीवली के एमएचबी पुलिस थाने के अंतर्गत आनेवाले एक दुकानदार के पास जो लोग सिम कार्ड लेने के लिए कागज देते थे, उसके आधार पर सिम कार्ड जारी करवाकर साइबर अपराध के लिए उपयोग में लाया जाता था। इसका भंडाफोड़ उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ। जहां पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर में छापा मारा था। वहां से 128 मोबाइल सिम कार्ड मिले हैं, जो मुंबई से बेचे गए थे।
मुंबई पुलिस की कार्रवाई
जौनपुर पुलिस की कार्रवाई के बाद दूरसंचार विभाग को जानकारी दी गई थी। जहां से पता चला कि, सभी सिम कार्ड मुंबई के एमएचबी पुलिस थाने के क्षेत्र में आनेवाले एक दुकान से बेचे गए थे। इस प्रकरण में मोबाइल फोन स्टोर्स के एक कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया तो उसने पूछताछ में पूरा किस्सा सुनाया।
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मुंबई के ग्राहकों से धोखाधड़ी
मोबाइल स्टोर्स पर सिम कार्ड खरीदने के लिए आनेवाले ग्राहक अपने कागज पत्र जमा कराते थे। इन्हीं कागजों का उपयोग करके दुकान के लोग दूसरा सिम कार्ड ले लेते थे और उसे उत्तर प्रदेश के बोगस कॉल सेंटर को बेंच दिया जाता था। इसके पीछे एक गिरोह सक्रिय था, जिसनें 99 सिम कार्ड बेंचे हैं। एमएचबी पुलिस थाने ने इस प्रकरण में एक गिरफ्तार आरोपी सहित सात लोगों पर अपराध पंजीकृत किया है।