रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर दीपाली चव्हाण की आत्महत्या के प्रकरण में महाराष्ट्र पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस प्रकरण में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी एमएस रेड्डी एक महीने से फरार थे। उन्हें धरणी पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों के संकुल से गिरफ्तार किया है।
दीपाली चव्हाण आत्महत्या के प्रकरण में आईपीएस अधिकारी द्वारा एक उच्च स्तरीय जांच चल रही थी। इस प्रकरण में मेलघाट टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एमएस रेड्डी भी आरोपी हैं। उन पर दीपाली चव्हाण द्वारा की गई शिकायतों पर कार्रवाई न करने का आरोप है।
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महाराष्ट्र, अमरावती के मेलघाट टाइगर रिजर्व की वन रेंज अधिकारी दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले में वन विभाग प्रमुख (डीसीएफ) शिव कुमार को 26 मार्च 2021 को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि, इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी एमएस रेड्डी फरार थे। मेलघाट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत हरिसाल की फॉरेस्ट रेंज अधिकारी दीपाली चव्हाण ने 25 मार्च को अपने सरकारी आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। प्रारंभिक जांच के मुताबिक वह अपने सीनियर शिव कुमार की प्रताड़ना से परेशान थीं। आत्महत्या से पहले दीपाली ने एक सुसाइ़़ड नोट भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपने सीनियर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुसाइड नोट में गंभीर आरोप
- मेरे सीनियर्स मुझे गलत काम करने पर मजबूर करते थे।
- शिव कुमार सर मुझे जूनियर्स, गांववालों और मजदूरों के सामने गालियां देते थे।
- प्रेगनेंट होने के बावजूद मुझे कच्चे रास्ते पर चलाया गया। इस वजह से मेरा ऑबर्शन हो गया। इसके बावजूद मुझे छुट्टी नहीं दी गई थी।
- शिव कुमार रात में मिलने के लिए बुलाते थे। वे मुझसे अश्लील बातें करते थे। इसकी शिकायत मैंने अपने सीनियर्स से की थी।
- मेलघाट ऐसा दलदल है, जहां आप अपनी मर्जी से आ तो सकते हैं, लेकिन जा नहीं सकते।