गुजरात के सोमनाथ मंदिर के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच विकास कार्यों का उद्घाटन किया। इसमें पार्वती मंदिर, पादचारी मार्ग, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र, प्राचीन सोमनाथ मंदिर (अहिल्याबाई मंदिर) का समावेश है।
द्वादश ज्योतिर्लिगों में प्रथम श्री सोमनाथ द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर पर सदियों से हमले होते रहे हैं। इसके बाद भी यह मंदिर प्रत्येक आक्रमण के बाद भव्यता से खड़ा रहा। इस मंदिर के अध्यक्ष केशुभाई पटेल के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया। नए कार्यों से मंदिर की शोभा में बढ़ोतरी होगी और तीर्थ यात्री भक्ति का पूर्ण लाभ ले सकेंगे।
आतंक पर आस्था की विजय का प्रतीक
सोमनाथ मंदिर पर सदियों से हमले होते रहे हैं। इसके बाद भी यह मंदिर सदा हमलों के बाद सुरक्षित और भव्यता लिये बना रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए विकास कार्यों के उद्घाटन के बाद कहा कि, इस मंदिर को सैकड़ों वर्ष में बहुत बार तोड़ा गया, मूर्तियों को खंडित किया गया, इसका अस्तित्व समाप्त करने का प्रयत्न किया गया। लेकिन यह मंदिर जितनी बार गिराया गया उतनी ही बार भव्यता से खड़ा हुआ।
मरीन ड्राइव जैसा पादचारी मार्ग
मुंबई के मरीन ड्राइव जैसा वॉक वे (पादचारी मार्ग) भी यहां विकसित किया गया है। जहां तीर्थ यात्री खुलेपन से मंदिर की भव्यता का आनंद ले सकेंगे। यह समुद्र के किनारे है, जिस पर चलकर यात्री समुद्र का दर्शन कर सकेंगे। इसकी नींव दिसंबर में गृहमंत्री अमित शाह ने रखी थी, वे भी इस मंदिर के विश्वस्त में से एक हैं। यह पादचारी मार्ग 1.48 किलोमीटर लंबा है। इसे समुद्र दर्शन पथ का नाम दिया गया है। इसके निर्माण पर 45 करोड़ रुपए की लागत आई है।
पार्वती मंदिर
सोमनाथ मंदिर के सामने ही नए पार्वती मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस पर 30 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस मंदिर का गर्भ गृह 380 स्क्वेयर मीटर का होगा, जिसमें 1250 स्क्वेयर मीटर का नृत्य मंडप होगा। इसे सोमपुरा सलात शैली में बनाया गया है। यह देश का पहला मंदिर है जहां शिव मंदिर के समक्ष पार्वती मंदिर का निर्माण किया गया है।
अहिल्याबाई मंदिर का जिर्णोद्धार
इंदौर की रानी अहिल्याबाई द्वारा निर्माण करवाए गए मंदिर का जिर्णोद्धार किया गया है। जिस पर 3.5 करोड़ रुपए का खर्च आया है।