शिवखोड़ी धाम (Shivkhodi Dham) से लौट रहे श्रद्धालुओं (Devotees) से भरी बस पर हुए आतंकी हमले (Terrorist Attack) में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-E-Taiba) के तीन पाकिस्तानी आतंकी शामिल थे। इसमें लश्कर कमांडर अबू हमजा (Abu Hamza) के भी शामिल होने का संदेह है। आतंकियों (Terrorists) ने हमले में अमेरिकी एम-4 राइफल (American M-4 Rifle) का इस्तेमाल किया। चौथे आतंकी की मौजूदगी का भी संदेह जताया जा रहा है।
आतंकियों की तलाश में ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से रियासी और राजौरी के जंगलों में अभियान चलाया जा रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी और राज्य जांच एजेंसी की टीमों ने सोमवार को मौके से साक्ष्य जुटाए। जांच अधिकारियों ने बताया कि बस में सवार श्रद्धालुओं और प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार, चौथा आतंकी हमलावरों को कवर दे रहा था। आशंका है कि आतंकी रियासी और राजौरी से सटे जंगलों की ऊंची पहाड़ियों पर गुफाओं में छिपे हो सकते हैं।
41 घायलों में से 10 को गोली लगी है।
रविवार को हुए हमले में बस में सवार 10 लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन उत्तर प्रदेश और चार राजस्थान के थे। बस चालक और कंडक्टर रियासी के रहने वाले थे। राजस्थान के सभी मृतक एक ही परिवार के थे। इनमें पूजा और उसका दो साल का बेटा टीटू साहनी भी शामिल है। मृतकों में से पांच के शरीर पर गोली के निशान हैं। 41 घायलों में से 10 को गोली लगी है।
आर्थिक सहायता देने की घोषणा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
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