Uttar Pradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव प्रचार(Uttar Pradesh Assembly by-election campaign) के दूसरे दिन तीन रैली की। उन्होंने खैर से सुरेंद्र दिलेर, सीसामऊ से सुरेश अवस्थी व करहल से अनुजेश यादव के पक्ष में कमल खिलाने की अपील(Appeal to make lotus bloom) की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के नेतृत्व, नीति व नेताओं को निशाने पर रखा। कहा कि सपा की टोपी लाल, लेकिन कारनामे काले(SP’s cap is red, but deeds are black) हैं।
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
करहल में उन्होंने अखिलेश यादव की बखिया उधेड़ते हुए कहा कि बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है। बोले कि उनका आचरण अपने पिता व सपा संस्थापक स्व. मुलायम सिंह यादव की भावनाओं के विरुद्ध है। अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही है। कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया था। नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे। वे कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है, लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है।
कांग्रेस के पास गिरवी रख दी पार्टी
उन्होंने कहा कि सपा नेतृत्व के कृत्यों से मुलायम सिंह यादव को कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू हो गया है। कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरीवालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है। सीएम ने कहा कि मुलायम सिंह ने राममनोहर लोहिया को आदर्श बनाया था। डॉ. लोहिया ने कहा था कि सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति व संतति का मोह न करे, फिर भी सपा में सारा पद एक ही परिवार को चाहिए।
मथुरा-वृंदावन पर पूछा सवाल
सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी रामद्रोही है। वे राममंदिर का दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि उन्हें लगता था कि वोटबैंक खिसक जाएगा। करहलवासी उनसे कहें कि आप कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो हमारा वोट लेने क्यों आते हैं। हम आपसे बॉय-बॉय करते हैं। भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। हमने करके दिखा दिया। श्रीकृष्ण-कन्हैया हम आएंगे, मथुरा में भी जनभावना का सम्मान कराएंगे, क्या सपा इस पर सहमत है। क्या समाजवादी पार्टी मथुरा-वृंदावन को लेकर सरकार की सोच का समर्थन करेगी। उन्हें वोट चाहिए, लेकिन कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं। वे इस पर मौन हैं। सरकार मथुरा, गोकुल, बरसाना, बलदेव, वृंदावन तीर्थों का विकास कर रही है। लगता है मथुरा-वृंदावन पांच हजार पहले के कालखंड में जा चुका है, जब कन्हैया स्वयं वहां निवास करते थे।
अपने कारनामों से जानी जाती है सपा
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में निषाद बेटी और कन्नौज में सपा नेता के कृत्य किसी से छिपे नहीं हैं। यह सभ्य समाज के कलंक हैं। लाल टोपी-काले कारनामें को पनपने मत दीजिए। यह लोग षडयंत्र कर रहे हैं, फिर से यूपी को अराजकता में ढकेल देंगे। लोकसभा चुनाव में इनका झूठ एक्सपोज हो गया। इनसे पूछिए कि खटाखट-खटाखट के एक-एक लाख रुपये कहां हैं। चुनाव में इनको सफाचट कर दीजिए। गलत व्यक्ति को प्रश्रय देने से भावी पीढ़ी के भविष्य से खिलवाड़ और वर्तमान पीढ़ी बर्बाद होती है।