Maharashtra Assembly Elections: पूरे महाराष्ट्र में अब विधानसभा चुनाव की बयार बह रही है। 29 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था। अब सबकी निगाहें चार तारीखों पर हैं। नामांकन पत्र वापस लेने के आखिरी दिन तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी। सीट आवंटन में, महा विकास अघाड़ी के साथ-साथ महायुति के घटक दलों ने कुछ हद तक अपनी आधिकारिक सूची की घोषणा की। इसमें खासकर मराठवाड़ा में यह तस्वीर उभर कर सामने आ रही है कि महाविकास अघाड़ी ने हर जिले में एक-एक उम्मीदवार देने में शरद पवार की राष्ट्रवादी पार्टी और बीजेपी ने बाजी मार ली है।
मराठवाड़ा में हर जिले में शरद पवार गुट के उम्मीदवार
मराठवाड़ा के सभी आठ जिलों में महाविकास अघाड़ी में पवार की नेशनलिस्ट पार्टी (एनसीपी) ने 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इन जिलों में शरद पवार ने हर जिले में कम से कम एक उम्मीदवार दिया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी बीड और हिंगोली जिलों में एक भी उम्मीदवार नहीं उतार सकी। वहीं, शिवसेना के ठाकरे ने 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन वह भी बीड जिले में एक भी सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने में असफल रही है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने अकेले संभाजीनगर जिले में छह उम्मीदवार उतारे हैं।
मराठवाड़ा में महायुति में भाजपा आगे
मराठवाड़ा में आठ जिलों में कुल 46 उम्मीदवार हैं, हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी को जीवित रखने के लिए 20 सीटों वाले इस जिले में कम से कम एक उम्मीदवार खड़ा किया है। हालांकि मराठा आरक्षण और जारंगे फैक्टर का सबसे बड़ा साया मराठवाड़ा पर है, लेकिन इसमें बाजी भारतीय जनता पार्टी ने मारी है।
वहीं, अजित पवार की एनसीपी ने मराठवाड़ा में नौ सीट हासिल की है, लेकिन अजीत पवार को जालना, धाराशिव और संभाजीनगर जिलों में एक भी सीट नहीं मिली है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मराठवाड़ा में मराठा आरक्षण का सबसे बड़ा झटका महायुति को लगा, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में महायुति कितनी सीटें जीत पाती हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।
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