Maharashtra Assembly Elections में महाविकास आघाड़ी (मविआ) के कई दिग्गज नेता या तो चुनाव हार गए हैं, या फिर मतगणना में पीछे चल रहे हैं। महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले साकोली विधानसभा क्षेत्र में कांटे की टक्कर में सिर्फ 529 मतों से विजयी घोषित किए गए हैं। इसके मद्देनजर मविआ के नेताओं ने अब ईवीएम पर ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया है।
यह ईवीएम की जीतः उद्धव ठाकरे
शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि चुनाव परिणाम अकल्पनीय है। जो चुनाव परिणाम आया है, उसका वे स्वागत करते हैं। यह परिणाम महाराष्ट्र की जनता के लिए अपच है, यह सीधे-सीधे महाराष्ट्र के किसानों को उनकी उपज का भाव नहीं मिल रहा है, महंगाई बढ़ी हुई है, ऐसे में इस तरह का परिणाम आ ही नहीं सकता। यह ईवीएम की जीत है।
परिणाम अविश्वसनीयः थोरात
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात ने कहा कि यह परिणाम अविश्वसनीय है। महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्नीथला ने कहा कि सुबह से दोपहर तक भाजपा एनडीए गठबंधन और मविआ के बीच रुझान में ज्यादा अंतर नहीं था, अचानक शाम तक कांग्रेस के कभी चुनाव न हारने वाले उम्मीदवार चुनाव हार गए। लोकशाही में वे इस परिणाम को स्वीकार करते हैं लेकिन वे इस चुनाव परिणाम की छानबीन करेंगे, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।
पराजित नेताओं में निराशा
कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहेब थोरात, यशोमति ठाकुर, माणिकराव ठाकरे, नसीम खान, मुजफ्फर हुसैन, रवींद्र घंगेकर, राकांपा एसपी के राजेश टोपे, राजेंद्र शिंगणे, शिवसेना यूबीटी कई उम्मीदवार चुनाव हार चुके हैं। इसी वजह से चुनाव परिणामों को लेकर मविआ खेमें में घोर निराशा फैली हुई है।
फडणवीस ने बोला हमला
वहींं, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि झारखंड में भी 23 नवंबर कोफ ही मतगणना हुई है। वहां इन्हें सफलता मिली है। इसलिए इन लोगों के लिए वहां का ईवीएम ठीक है। महाराष्ट्र में जब लोकसभा चुनाव में इन्हें सफलता मिली थी, तब इनके लिए ईवीएम ठीक था। फडणवीस ने कहा कि यह लोग जमीनी स्तर पर विचार करने की बजाय ईवीएम पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। जबकि इन सभी को ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की बजाय आत्मचिंतन करना चाहिए और पराजय के कारणों को ढ़ूंढना चाहिए।