वैश्विक वृद्धि: 2023 में 3.2%, घरेलू मुद्दों, भू-राजनीतिक संघर्षों और मौद्रिक सख्ती से प्रभावित।
भारत का प्रदर्शन: वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मजबूत गति बनाए रखते हुए वित्त वर्ष 24 में वास्तविक जीडीपी में 8.2% की वृद्धि हुई।
श्रम बाजार: बेरोजगारी दर 3.2% पर; ईपीएफओ का शुद्ध पेरोल जोड़ पांच साल में दोगुना हो गया।
मुद्रास्फीति के रुझान: वित्त वर्ष 24 में मुख्य मुद्रास्फीति में गिरावट आई, खुदरा मुद्रास्फीति में कमी आई। RBI ने वित्त वर्ष 25 में 4.5% मुद्रास्फीति का अनुमान लगाया है।
ग्रीन बॉन्ड: उत्सर्जन में कमी परियोजनाओं के लिए 2023 में 36,000 करोड़ रुपये जुटाए गए।